Ladki Bahin Yojana Update: जैसा कि हम सभी को पता है कि महाराष्ट्र राज्य में महिलाओं की आर्थिक सहायता करने हेतु लड़की बहिन योजना का संचालन किया जा रहा है। अतः पिछले वर्ष दिसंबर महीने में योजना के अंतर्गत से 5 लाख ऐसी महिलाओ को बाहर कर दिया गया था जो कि योजना के लिए योग्य नही थी। ऐसे में सरकार का धन वे फालतू मे खर्च हो रहा था, अब ऐसी अयोग्य महिलाओ को प्रतिमाह पैसे देना बंद कर दिया गया है। करीब 6 महीने तक अयोग्य महिलाओ को बेवजह योजना का लाभ मिलता आ रहा है। ऐसे में सभी के मन में यह शंका है कि क्या सरकार अब महिलाओ के खाते में जमा की गई राशि वापस लेगी। तो इसका जबाव आपको इस लेख में सम्पूर्ण जानकारी के साथ जानने को मिलेगा। अतः लेख को अंत तक पूरा पढ़े।
Ladki Bahin Yojana Update
महाराष्ट्र राज्य की गरीब आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओ को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए लड़की बहिन योजना चलाई जा रही है। इस योजना की शुरुआत महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री एकनाथ सिंधे जी ने 7 महीने पूर्व जुलाई 2024 में की थी। जिसके अंतर्गत पात्र महिलाओ से आवेदन मांगे गए फिर लाभार्थी महिलाओ के खाते हर महीने 1 हजार रूपए की राशि हस्तांतरित करना शुरू की गई। लेकिन कुछ महीनों बाद सरकार को पता चला कि लाखो अयोग्य महिलाए जो किसी अन्य योजना का लाभ या फिर आर्थिक रूप से सक्षम है उन्हे भी योजना का लाभ मिल रहा है।
ईसीलिए सरकार द्वारा दोबारा सभी महिलाओं का सत्यापन करके दिसंबर माह में करीब 5 लाख महिलाओ को अयोग्य घोषित करके योजना से निष्कासित कर दिया है। बता दे महिला एवं बाल विकास मंत्री आदिति तटकरे ने अपने बयान में यह स्पष्ट किया है कि अयोग्य महिलाओ को जो राशि मिली है उन्हे वापस लौटाने की आवश्यकता नहीं है। उन्हे आगे से योजना का लाभ नही मिल पाएगा।
आदिति तटकरे ने क्या कहा
आदिति तटकरे ने सभी अयोग्य घोषित की गई महिलाओ को राहत प्रदान करते हुए कहा कि अयोग्य महिलाओ से सरकार द्वारा योजना की राशि वापस नहीं की जायेगी। अतः आगे उन्होंने कहा कि जिन भी महिलाओ को योजना की पात्रता से निष्कासित किया है उन्हे जनवरी 2025 से आर्थिक सहायता नहीं दी जायेगी। कल्याणकारी राज्य की अवधारण के तहत यह सही नहीं होगा।
सूत्रों से मिली जानकारी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जुलाई 2024 से दिसंबर 2024 तक करीब 450 करोड़ रुपए 5 लाख अयोग्य महिलाओ के खाते में बेवजह हस्तांतरित किए गए है। इन अपात्र घोषित महिलाओ के बारे में बात करे तो कई महिलाएं अन्य योजना का लाभ तथा कुछ आर्थिक रूप से सक्षम थी। बता दे लगभग 2 लाख 30 हजार महिलाओ को संजय गांधी निराधार योजना का लाभ मिल रहा था, इसके अलावा 1.60 लाख महिलाओ के पास चार पहिया वाहन था जो कि योजना की पात्रता के खिलाफ है ये महिलाएं धोखाधड़ी से योजना का लाभ ले रही है। इसके साथ 1.60 लाख महिलाए ऐसी भी थी जिनकी उम्र 65 वर्ष से अधिक है। वही कुछ महिलाए नमो शेतकारी योजना का भी लाभ ले रही है।
योजना की निर्धारित पात्रता
योजना की पात्रता में यह निर्धारित किया गया था कि इसका लाभ उन्ही को दिया जाएगा जिन्हे अन्य योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। जिनके पास चार पहिया वाहन है उन्हे भी योजना से बाहर करने का प्रावधान रखा गया था। इसके अलावा 21 वर्ष से 65 वर्ष की आयुसीमा का भी निर्धारण किया गया था। लेकिन अधिकतम आयुसीमा से अधिकत उम्र की महिलाओ के खाते में भी सहायता राशि पहुंचाई जा रही थी।
वर्तमान में 65 वर्ष से अधिक की बुजुर्ग महिलाओ को योजना के अंतर्गत आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओ को हर महीने 1500 रूपए दिए जाते है। अतः वे इस राशि के साथ लड़की बहिन योजना का भी लाभ ले रही है।
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